Astro Product 0

MAHASUDARSHAN YANTRA

MAHASUDARSHAN YANTRA

The powerful radiations of the Yantra come to your rescue when you stumble amidst problems and perils. The mighty weapon – the brilliant Chakra of Lord Vishnu enlivens you when you wane in your spirits. The supreme guard Lord Vishnu encircles you with energetic vibrations that relieve you from mental stress, fear, health ailments and, other obstacles.
 
Benefits
 
The “Sudarshana Chakra” possesses healing characteristics. The energized patterns on the Yantra heal your health afflictions, destroy enmity and relieve mental trauma. Lord Sudarshana liberates you from your sins and helps you attain salvation. His Yantra acts as a divine shield to you against all the evil eye castings and negative forces. It embeds the seeds of confidence in you to achieve triumph in all the spheres of your life.
 
Sudarshana Yantra rebuilds the lives of
 
1. People who suffer from severe health ailments
2. People who struggle to win over their enemies
3. People who desire to attain salvation
4. People who yearn for a hitch free life
5. People who want immediate relief from negativity
6. People who need protection from ill wishes of others
7. People who seek to grow in purity
 
How to Use 
 
Place the Yantra facing the East or the North in a clean and sacred altar. Do not let other people touch the Yantra. Periodically wash the Yantra with rose water or milk. Then, rinse it with water and wipe it to dry. Place rounded dots of sandalwood paste on the 4 corners and in the center of the Yantra. Light a candle or ghee lamp and an incense stick in front of the Yantra. You can offer fresh or dry fruits as Prasad, as well. Chant the Mantra in front of the Yantra, preferably after showering.
 
Mantra: “ॐ सुदर्शनाय विदमहे महाज्वालाय धीमहि तन्नो चक्र प्रचोदयात्” I 
 

Astro Sandesh

26 अगस्त 2018 आज श्रावण महीने के शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि, धनिष्ठा नक्षत्र, अतिगंड योग, बव करण और दिन रविवार है । आज श्रावण पूर्णिमा, गायत्री जयंती, हयग्रीव जयंती, ऋषि तर्पण एवं रक्षाबंधन (राखी) है I आज श्रावण पूर्णिमा  और रक्षा बन्धन है रक्षाबंधन का श्रेष्ठतम मुहूर्त रक्षा बन्धन अनुष्ठान का समय = 06:02 to 17:25 Duration = 11 Hours 23 Mins रक्षा बन्धन के लिये अपराह्न का मुहूर्त = 13:41 to 16:15 Duration = 2 Hours 33 Mins आज के दिन पंचामृत (सब अलग-अलग) दूध, दही, घी, शहद, शक्कर से भगवान् शिव का अभिषेक करें उसके बाद शुद्ध जल से स्नान करायें फिर 5 अलग-अलग फल अर्पित करके 108 बार “ॐ नमः शिवाय” मन्त्र का जाप करें इससे श्रावण मॉस में किये गए रोज के अभिषेक, पूजा आदि का पूर्ण फल आपको प्राप्त होगा और भगवान् भोलेनाथ की कृपा आप पर श्रावण मास के वर्षाजल की भांति बरसेगी I आज रक्षाबंधन है, भगवान् भोलेनाथ को राखी समर्पित करें I मधुसूदन परिवार की ओर से हम ये दुआ करते हैं की आपको बताई गयी रोज की पूजा विधि से भगवान् भोलेनाथ की कृपा आने वाले अगले श्रावण मास तक आप पर बनी रहे और आपको जीवन में सुख- समृद्धि, बरकत, उत्तम स्वास्थ्य और सौभाग्य की प्राप्ति हो I ...

astromyntra

आपके आज को श्रेष्ठ बनाने की पूजा विधि

15 अगस्त 2018 आज श्रावण महीने के शुक्लपक्ष की पंचमी तिथि, हस्त नक्षत्र, साध्य योग, बव करण और दिन बुधवार है । आज नाग पंचमी, सर्वार्थ सिद्ध योग एवं भारत स्वतंत्रता दिवस (72वां) है I आज नाग पंचमी है I आज के दिन शुद्ध आटे के नाग- नागिन बनाकर दूध, दूर्वा, कुशा, पुष्प, अक्षत (चावल), शक्कर, मीठा चढ़ाकर भगवान् शिव पर अर्पित करें और सर्पसूत्र का पाठ करें I यदि किसी कारण सर्पसूत्र का पाठ न कर सकें तो इस मन्त्र का जाप अवश्य करें I “ॐ कपिला कालियोSनन्तो वासुकिः तक्षकः तथा I पंचैतान् स्मरतो नित्यं विषबाधा न जायते” II ऐसा करने से आपके प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष शत्रुओं का नाश होगा I ...

astromyntra

आपके आज को श्रेष्ठ बनाने की पूजा विधि